तेरे शहर का मैं अनजाना पथिक हूँ तेरे घर का पता ठिकाना ढूंढता हूँ मैं बड़ा ही अजीब सा लगा रहा तेरे शहर में हर एक शख्स से रिश्ता लगा रहा है तेरे शहर में कितनी अच्छी शख्सियत रहती हैं तेरे शहर में #शहर# #शहर_ए_इश्क़ # #yqbaba #yqdidi #yqquotes #