ये तो बस शुरुआत है अंज़ाम अभी बाकी है मिरे हौसलों के तरकश में तीर कई बाकी है जितनी बार भी गिरूँगा मैं उठ जाउँगा फिर से बस आँसुओं को आँखों में दफ़नाना अभी बाकी है चाहते तो कब का हार मान चुके होते हम , पर खुद से लड़ने का जज़्बा अब भी ज़हन में बाकी है जिसे छोड़ दिया था मैंने, हार जाने के डर से उस डर को मिटाने का जुनून आज भी मुझमें बाकी है हालातों के सामने मस्तक झुकाना सीखा नहीं मैंने शायद मैं टूट जाऊँ, पर जुड़ने की हिम्मत अभी बाकी है जो भी सीखा है अब तक वो सीख कम सी लगती है क्योंकि ज़िन्दगी से मिलनी है जो सीख वो अभी बाकी है फिलहाल तो सब कुछ अभी अच्छा ही लगता है अपनों से दूर हैसियत बनाने भी जाना तो अभी बाकी है ©Ashish Pratap Singh #अंजाम_अभी_बाकी_है #Hope #inspirational #motivationalhindiquote #Trending #trendinghindighazal