#जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं❤🙇 प्रियतम तेरे यादों के मै दीप जलाये बैठी हूँ। हृदय की सोई अभिलाषा आज जगाये बैठी हूँ। सुन लो करुण पुकार प्रिय!आ जाते बस एक बार,, नेह की नदियाँ नयनों से नित रोज़ बहाये बैठी हूँ।। तेरे ही पथ में ये पलकें मै प्रिय! बिछाए बैठी हूँ। खुद से खुद को ही प्रियतम आज छुपाये बैठी हूँ मै, मै ही रही ना अब तो ,... ..तू ही तू मै हो गयी,, सुना दे तान मुरली की सुध बुध भुलाये बैठी हूँ।। .........✒✒ #शिल्पीसिंह❤ #जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं❤🙇 प्रियतम तेरे यादों के मै दीप जलाये बैठी हूँ। हृदय की सोई अभिलाषा आज जगाये बैठी हूँ। सुन लो करुण पुकार प्रिय!आ जाते बस एक बार,, नेह की नदियाँ नयनों से नित रोज़ बहाये बैठी हूँ।। तेरे ही पथ में ये पलकें मै प्रिय! बिछाए बैठी हूँ।