तुम्हारी आंखों का हर एक ख़्वाब मुकम्मल होते देखना चाहता हूं मैं तुम्हें कैसे बताऊं तुम्हें मुस्कुराता देख हर तकलीफ भूल मुस्कुराता हूं मैं, मालूम है तुम ज़िंदगी के जद्दोज़हद में हो बस इसी जद्दोज़हद में तुम्हारा साथ निभाना चाहता हूं में,, कुमार ©kumar Abhishek Bhartiya लव शायरियां