माँ मेरी हर ख्वाइश कैसे जान लेती है, समुन्दर में भी मेरी आँशु पहचान लेती है ! जब मैं टूट जाता हूं किसी अनजान सफर में, मेरी माँ ही है जो उस समय मेरी साथ देती है !! :- संतोष 'साग़र' #माँ Kђusђi SiŇgђ😟 Pratibha Tiwari(smile)🙂 बेनाम शायर