ऊंचाई की खोज में, जमीन खो बैठें, उड़ तो गए आसमान से भी ऊंचे, पर जब लौटे, तो अपने आशियाने से भी अनजान हो बैठें। हम तो छोड़ आए वो गालियां, मगर जब कभी यादों में ही सही जाना होता हैं उन गलियों में, तो वो भी गूंजती हैं, "ये तुमने ख़ुद को क्या बना लिया। #बंजारा #yqbaba #read #कविताएं_और_हम #story Like, comment, share, follow...if you like my words.