दर्द ही दर्द है थरथराते लफ्ज़ और बहता आंसू है।। कब मिलेगी मंज़िल जो रास्ता इतना लंबा है, भूख को भी भूख नही लगता उसे भी अब घर जाना है।। दर्द ही दर्द है थरथराते लफ्ज़ और बहता आंसू है।। #दर्द #भूख #महामारी #पथिक #yqbaba #yqdidi