हौंसला तो मेरा बुलंद था, लेकिन शायद खुदा न रजामंद था। जो साया था वो भी न रहा, जिंदगी मुझसे ये कैसा तेरा द्वंद था।। ©Diwan G #माहर_हिंदीशायर #जिंदगी #रजामंद