ये हरे दरख़्तो के पत्ते जब शाखो से गिर जाएंगे ... जब झील का पानी सूखेगा और कमल कुमलाएंगे , ये वादिया जब सो जाएंगी और आवाज़ें कहीं खो जाएगी , मेरी जान मै उस खामोशी मै भी प्यार के नगमे गाऊंगा ,मै फिर भी तुमको चाहूंगा .. मै फिर भी तुमको चाहूंगा ... आंखें जब भी मूंदू चेहरा तुम्हारा ही दिखता है जिस रोज तुम्हे ना सोचू कुछ अधूरा सा लगता है , चाहे तुम मुझे प्यार करो या हिकारत करो तेरी चांद जैसे मुखड़े अपने आंगन सजाऊंगा .."मैं फिर भी तुमको चाहूंगा .. मैं फिर भी तुमको चाहूंगा "तेरी खूबसूरती शफक जैसी लगती है , तेरी नम आंखें चुभन जैसे लगती है तेरा हंसता चेहरा देख कमल भी खिलखिलाएंगे.. और तू मुझे प्यार करे या ना करे ,हम फिर भी तुमको चाहेंगे... हम फिर भी तुमको चाहेगे!! @Wordsbyudvigna #Love #main #phir #bhi #tumko #chahunga