हिन्दी से सीखा, क ख ग घ, और इससे सीखा, सुनहरे शब्दों का समन्वय। हिंदुस्तान में ही उत्पत्ति उसकी, सभी भाषाओं में मीठी बोली जिसकी, देश के सभी लोगों के दिल में बसती, हिंदुस्तान की राष्ट्रभाषा है ये। हिंदी के सुनहरे शब्द, एक बालक को सिखाते हैं बोलना, कवि को सिखाते हैं कवितायें, और नेताओं को सिखाते हैं भाषण। वक़्त बदला, पीढ़ी बदली, लेकिन हिन्दी की बोली ना बदली, हिंदू धर्म से जुड़ी हूंँ मैं, हिंदुत्व की पहचान हूंँ मैं। -Nitesh Prajapati ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1056 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।