निगाहों ही निगाहों में देखी हमने इश्क़ की कहानियां खामोशियाँ की जुबां में सुनी इश्क़ की बदगुमानियाँ सवाल ए वफ़ा पे ये क्या अजब तुम जवाब दे गए मुकम्मल कैसे हो मुहब्बत समझने किताब दे गए किताब