White (मेरे द्वारा रचित श्लोक अनुष्टुप् छन्द में) सुरम्या सरला भाषा, सुबोधा मृदुला मुदा। यदि न तादृशी भाषा, सा भाषा नैव गद्यते।। सृष्टो मया-(अभिषेककोश:)✍️ अर्थात्- भाषा रमणीय,सरल,सुबोध(समझ में आने वाली) होनी चाहिए ताकि व्यक्ति सरलता से उस भाषा को समझ सके यदि ऐसी भाषा नहीं है तो फिर वो भाषा भाषा नहीं कहलाती है। ©Abhishek Choudhary Sanskrit #wallpaper