#OpenPoetry मेरी मां से ज्यादा प्यार करूं किसको खुदा ने पूछा मुझको कोन है सबसे प्यारा तुझको मां का नाम लिया कह दिया उनको मां से ज्यादा प्यार करूं किसको ध्यान से समझ को इसको जब मैने पेट में लात मारी हंसते हंसते सह गई मां प्यारी मां मेरी कहानी, करू प्यार उनको मां से ज्यादा प्यार करूं किसको उनके लिए नया सूरज उदय हुआ उनकी कोख़ से मेरा जन्म हुआ मेरी चीख खुश कर गई उनको जब मैने पेशाब बिस्तर पर किया आंचल अपना फैला बिस्तर पर दिया ऊंगली पकड़कर चलना सिखाया मुझको मां से ज्यादा प्यार करू किसको अपने मुंह का निवाला भी खिलाया पढ़ाया लिखाया काबिल बनाया कैसे कह दु में,प्यार करू किसी और को मेरी मां से ज्यादा प्यार करूं किसको शिवराज खटीक #OpenPoetry मां से ज्यादा प्यार करूं किसको