भंवर है वक्त के फरेबों का मैं जहां राह भूल जाता हूं खेल है सब तेरे नजरिए का कुछ और हूं, कुछ और नजर आता हूं #yqdidi #yqbaba #yqbhaijan #kavita #ग़ज़ल #ग़ज़ल_अभ्यास #ग़ज़लअभ्यास #दुष्यंतकुमार