राजनीति के पारखी कुछ बिचारक मंडली तालिबानियों से गुफ्त्गू करने की सुझाव देते हैं। उनका बस चले तो दावत पे बुलाकर बीफ बिरियानी परोसे । अल्लाह का शुक्र है उन्हे अमरिकन विमान के छत पे चढ़ने की नौबत नहीं आई वरना काम तमाम होने में देर न लगती। कविता घोष ©Kavita Ghosh # अल्लाह