.......बेटी रूपी भगवान हो ना.... ........................ हाँ वो दुनिया कि आसमान है,पर तुम हि मेरी आसमान हो ना होगी वो दुनिया कि चाँद पर तुम हि मेरी चाँद हो ना अरे दुनिया कि फिक्र छोड़ो तुम हि मेरी सम्मान हो ना बताओ ना कैसे रहूं?तेरे बिन तुम हि मेरी जान हो ना लड़ जाउंगा तेरे लिए दुनिया से तुम हि मेरी आन बान हो ना मिट जाउंगा पर मिटने नहीं दुंगा तुम हि मेरी शान हो ना लादे जीवन में खुशियों कि बाढ़ तुम हि वो उफान हो ना मैं बोलूं जब मीठी बोली अगर तुम हि वो स्वर कि तान हो ना अगर कहीं ढुंढू मैं संम्पत्ति तो, तुम हि वो धन और धान हो ना ढुंढता रहूं दर-दर मै जिसकों वो तुम हि बेटी रूपी भगवान हो ना ....ई.एस.पी.यादव...अररिया,बिहार बेटी रूपी भगवान हो ना