उपर लिखा है नाम तुम्हारा, नीचे दो शब्द लिखे है मौन के, मध्य मे है इनके पीड़ा मन की, अंत मे इनके है आस छुपी, जो लिखा नही है वो है बात हमारी, जिसको प्रतिपल मन सुनता है, छुपा हुआ है प्रेम पद्ध भी, द्वंद का इसमें सार लिखा, जो शब्द कहे वो बात सयानी, मौन मे होता अर्थ छुपा, जो मन को जाने वो शोर समझ ले, अंजान को दो शब्द भला , ©Dêv #chatbox