इश्क फरमाने वाले तो बहुत हैं मेरी आवरू को देखकर, अपने हवश को मिटाते कभी फोटो तो कभी मेरी होंठों को देखकर।। ##हवश इंसान के #इंसानियत को #पल भर धूल #चटा जाती है। # #उसे आदमी से ##जानवर बना जाती #है।