किसी के लिए आग, तो किसी के लिए राख हूं मैं, किसी के लिए उजाला, तो किसी के लिए अन्धकार हूं मैं, किसी के लिए बहता दरिया, तो किसी के लिए सैलाब हूं मैं, किसी के जीवन में खुशियों की शुरुआत, तो किसी की आखिरी मुलाकात हूं मैं, किसी के लिए खुली किताब, तो किसी के लिए गहरा राज़ हूं मैं, किसी के लिए बेबाक़, तो किसी के लिए मूकभाव हूं मैं, किसी के लिए सम्मान, तो किसी का अपमान हूं मैं! किसी के लिए आग तो किसी के लिए राख हूं मैं, किसी के लिए उजाला तो किसी के लिए अन्धकार हूं मैं, किसी के लिए बहता दरिया तो किसी के लिए सैलाब हूं मैं, किसी के जीवन में खुशियों की शुरुआत, तो किसी की आखिरी मुलाकात हूं मैं, किसी के लिए खुली किताब, तो किसी के लिए गहरा राज़ हूं मैं, किसी के लिए बेबाक़ तो किसी के लिए मूकभाव हूं मैं, किसी के लिए सम्मान तो किसी का अपमान हूं मैं!