नवीनमेघमंडली निरुद्धदुर्धरस्फुर त्कुहुनिशीथनीतमः प्रबद्धबद्धकन्धरः। निलिम्पनिर्झरीधरस्तनोतु कृत्तिसिंधुरः कलानिधानबंधुरः श्रियं जगंद्धुरंधरः ॥८॥ भगवान शिव हमें संपन्नता दें,वे ही पूरे संसार का भार उठाते हैं, जिनकी शोभा चंद्रमा है,जिनके पास अलौकिक गंगा नदी है, जिनकी गर्दन गला बादलों की पर्तों से ढंकी अमावस्या की अर्धरात्रि की तरह काली है। शिव तांडव स्त्रोत (श्लोक-8) -Manku Allahabadi शिव तांडव स्त्रोत (भाग-8) #शिव #Tandav #तांडव #shivtandavstotram #mankuallahabadi #Shiva #sambhu #bambhole