भटकता आया हूँ तुम्हारे शहर में, वीरानों का सताया है शेखर। लुटाता हूं हर साँस जिसपर , उसे दोहराने आया है शेखर।। भटकता आया हूँ तुम्हारे शहर में, वीरानों का सताया है शेखर। लुटाता हूं हर साँस जिसपर , उसे दोहराने आया है शेखर।। #musaphir #kavita #shahar #virana #shayri #jaipur #cspanchal