आज फिर दिल में खालीपन महसूस हुआ है अपनों के खातिर आज फिरसे खुदको रुलाया है ज़हन में अपनी प्यार को दफ़ना दिया अपनों के खातिर मैंने खुदको कफ़न कर दिया ज़िन्दगी के फैसलों में अब मैं उलझ सी गयी हूँ रिश्तों के धागों से मैं बंध सी गयी हूँ ए खुदा रहम कर मुझ पर ज़िन्दगी थोड़ी आसान बना दे सही फैसले ले सकूँ मुझे इतना काबिल बना दे।। आज फिर दिल में खालीपन महसूस हुआ है अपनों के खातिर आज फिरसे खुदको रुलाया है ज़हन में अपनी प्यार को दफ़ना दिया अपनों के खातिर मैंने खुदको कफ़न कर दिया ज़िन्दगी के फैसलों में अब मैं उलझ सी गयी हूँ रिश्तों के धागों से मैं बंध सी गयी हूँ ए खुदा रहम कर मुझ पर ज़िन्दगी थोड़ी आसान बना दे