वो जो हर साल कहते फिरते हो कि गर्मी है दिमागी नुक्स है यां कि फिर बेशर्मी है समझा के बशर तुझे थक गए हैं माहिर ए माहोलयात कईं अभी तो शुक्र कर के मिजाज ए कुदरत में नरमी है #yqbaba #yqbhaijan #yqdidi #shayri #kavita #worldenvironmentday #विश्वपर्यावरणदिवस