मैं चाहूँ भी तो तेरी हो नही सकती,, अपने दिल के राज तुझ संग खोल नही सकती,, बस दूर से ही तुझे देख के खुश हूँ मैं और इतनी मजबूर हूँ के ये भी तुझे बोल नही सकती।। -अनामिका चंद्रा मैं चाहूँ भी तो