न मैंने सात फेरे लिए, न सात वचन लिए फिर भी तु मेरी अज़ीज़ पत्नी है और मै तेरा सौहर। आखिर ये रिश्ता क्या कहलाता है.. एक रिश्ता ऐसा भी....