एक शाम थी ढली, रोशन थी गली... वो फूल सी खड़ी शायद उसे इंतजार था उस भवरें का जो आता था रोज उसके दीदार को... आज वो तो ना था, पर उसकी यादे सही... एक शाम थी ढली रोशन थी गली........ jb hmare pass koi hota h fikr krne wala TB uski kadr hme nahi rhti jb vo chla jata TB uski ahmiyat pta chlti h❤️🙂