यूं तुम्हें चाहिएं होगी जन्नत की हूर, मुझे मेरे दिल की शहजादी चाहिए, नहीं चाहिए चमड़ी गोरी-चिट्टी, मुझे श्यामली और गाल पर तिल वाली चाहिए, और बहुत रईसी से पला हूं मैं, मुझे तो बीवी नखरें वाली चाहिए, यूं तुम्हें शौक़ होंगें इंग्लिश बोलने वाली की, मुझे तो शुद्ध-देशी ठेठी वाली चाहिए, और नहीं चाहिए कोई गुप्ता और भगत की संस्कारी बेटियां, मुझे तो लड़की यादव की वो रॉब वाली चाहिए। यूं तुम्हें चाहिएं होगी जन्नत की हूर, मुझे मेरे दिल की शहजादी चाहिए, नहीं चाहिए चमड़ी गोरी-चिट्टी, मुझे श्यामली और गाल पर तिल वाली चाहिए, और बहुत रईसी से पला हूं मैं, मुझे तो बीवी नखरें वाली चाहिए, यूं तुम्हें शौक़ होंगें इंग्लिश बोलने वाली की, मुझे तो शुद्ध-देशी ठेठी वाली चाहिए,