बे ज़ुबान हाथी को ज़ालिम ने धोका दिया बारूद से भरा हुआ फल खिला दिया आतंकवादी भी शर्मिन्दा हो गया ज़मीर ज़ालिम ने उस का जगा दिया उस की कोख मे पल रहा था बच्चा बिन जन्मे मौत के घाट सुला दिया तड़प तड़प के मौत को गले से लगाया तू ने हर इंसान को रूला दिया shariq taqi shariq taqi