चेहरे पर कितने चेहरे हैं आँखों पर कितने पहरे हैं एक बार कहो तुम मेरे हो सौ बार कहें हम तेरे हैं ! आँखों की मूक विवशता को तुम पहचानो तो पहचानो बस आँखें तुमको तकती हैं तुम मानों या फिर ना मानो जिस राहों पर तुम चलते थे उन राहों के पग फेरे हैं एक बार कहो तुम मेरे हो सौ बार कहें हम तेरे हैं ! तुमसे ही जीवन , जीवन है मेरा सब कुछ तुझपे अर्पण है तुम जीत गए हो प्रेम समर तुझको ही मेरा समर्पण है तुझे देख - देख के रात ढले जीवन के दूर अँधेरे है एक बार कहो तुम मेरे हो सौ बार कहें हम तेरे हैं ! बिन तेरे जीवन व्यर्थ मेरा न कोई तुम बिन अर्थ मेरा बस प्रेम तुम्हीं से माँगा है मत कर देना अनर्थ मेरा यादों के घोर अँधेरे अब चहूँ ओर मुझे बस घेरे है एक बार कहो तुम मेरे हो सौ बार कहें है हम तेरे हैं ! ©S Talks with Shubham Kumar चेहरे पर कितने चेहरे हैं #SunSet