#OpenPoetry कुछ तो गलतियां रही होगी मेरी ज़िन्दगी में। जिस वजह से मैं नाकामयाब रहा मंजिल तक पहुंचने में। या तो गलत रास्ते या फिर गलत संगत। जरूरी होता है मंजिल तक पहुंचने में सफर अकेले करने की गिरना और गिर कर उठना और फिर संभाल कर आगे बढ़ना । देख लेना फिर मंजिल मिल जाती है एक हद के बाद कुछ अपनी गलतियां। #nojoto