कभी कभी इन्शान को जिन्दगी में उन सब परिस्थितियों का सामना करना पड़ जाता है जिनके बारे में उसने कभी सोचा भी ना हो,''ऐसा मैंने सुना था पर पिछले कुछ समय से यही सब महशूस कर रहा हूँ,जिन्दगी बड़े ही नाज़ुक से मोड़ से होकर गुजर रही है,परिस्थितियां असमान है। ज़िन्दगी एक ऐसे तिराहे पर आकर खड़ी है,जहाँ एक रास्ता दाएँ तरह एक बाई तरह तो एक रास्ता सामने से जा रहा है मैं यदि दाएँ वाले रास्ते पर जाता हूँ, तो वहाँ मुझे मानो हाथ पकड़कर लेकर चला जायेगा,वहाँ चलने में ठहरने में मेरी कोई अपनी मर्जी नही होगी,अपनी मर्जी से