जो अधूरी ही रह गईं उन्हें मुकम्मल करने की ख़्वाहिश आज भी है कुछ अधूरी रातें जो दिल को तन्हा कर गईं उन्हें सुबह से मिलाने की ख़्वाहिश आज भी है कुछ अधूरी बातें जो ग़लतफ़हमियाँ बन गईं उन्हें पूरी करने की ख़्वाहिश आज भी है। पूरी मुलाक़ातों की कहानियाँ नहीं बनतीं ये सारी कहानियाँ अधूरेपन की हैं। लिखें क़िस्से अपनी अधूरी मुलाक़ातों के। Collab करें YQ Didi के साथ। #अधूरीमुलाक़ातें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine