चाय और चौपाल रात का वो आखरी पहर, उसपर भूखे पेट का क़हर, यारों का माहौल, चाय और चौपाल. खामंखा यूँही हम भाग रहे, ज़िन्दगी के संग दौड़ रहे, सुकून के तो थे बस वो पल, यारों के संग बीते वो कल. ©avinashjha #चायऔरचौपाल