अकेले चलते चलते थक गई हूं। ऐ जिंदगी कब तक मुझे यूं ही चलाएगी तू.......। कितनी नादान थी मैं, कितनी भोली थी मैं, अब वापस मुझे वही ले जा पाएगी क्या..? मेरा अकेलापन दूर कर पाएगी क्या...? अकेले चलते चलते थक गई हूं। ऐ जिंदगी कब तक मुझे यूं ही चलाएगी तू.......। दोस्तो के साथ हंसती थी मैं, दोस्तों के साथ खुश रहती थी मैं, अब तू भी मुझे जीना सीखा पाएगी क्या...? अकेले चलते चलते थक गई हूं। ऐ जिंदगी कब तक मुझे यूं ही चलाएगी तू.......। मम्मी पापा से लड़ती थी मैं, मामा नानी से ज़िद पूरी करवाती थी मैं, अब तू भी मेरी ख़ामोशी समझ पाएगी क्या...? अकेले चलते चलते थक गई हूं। ऐ जिंदगी कब तक मुझे यूं ही चलाएगी तू.......। अकेली हो गई थी मै, अनेक जिम्मेदारियों से घिर गई थी मैं, साथ चाहिए था किसी अपने का, उम्मीद तक उस अपने ने तोड़ दी, अब तू मेरा साथ दे पाएगी क्या...? मुझे मेरे सपनो तक पहुंचा पाएगी क्या...? अकेले चलते चलते थक गई हूं। ऐ जिंदगी कब तक मुझे यूं ही चलाएगी तू.........।😊 ©✿Akku Jat࿐ #Life_Experiences #e_zindagi #apniduniyan #kahin_door #dream_Girl✍️ ........