White आज खुशनुमा फ़जा है , यह सजा है फ़ज़ा में है उसकी यादें , यह सजा है ।। मेरा तुम्हे देखना , और तुम्हारा मुझे यूहीं वक्त गुजार देना , हां यह सजा है ।। अभी लगती है बातें मीठी , यादें प्यारी एक दिन तुम खुद कहोगे, यह सजा है ।। मोहब्बत में सब कुछ तो गवां दिया मैंने फिर क्यों न कहूं मैं की यह सजा है ।। फिर भी न हो पाए एक दूसरे के अगर हम तो मोहब्बत भगवान नही ,यह सजा है ।। ©Writer 🥀🍁🥀 #17nov2024 #03:00am Prashant Shakun "कातिब" Pyare ji କିଶାନ୍ अdiति