दिल दहल उठेंगे अब कायरों के भी.., जब शेरनी अपनी फिर से हुँकार भरेगी.., फट उठेंगे कलेजे अब तो.., जब सिंहनी अपनी दहाड़ उठेगी.., थर थर थर काँपेगा अब तो यह हिमालय भी.., जब शेरनी अपनी वीरों वाली चाल चलेगी.., फिर तो होगा अब प्रलय वहाँ.., जब शेरनी की विजय गर्जना होगी यहाँ.., Dedicating a #testimonial to Néélîmã Sîñgh #Didi_ji Didi.. आपका एक बार फिर से हृदय से स्वागत है.. दीदी आप जैसे शेरदिल इन्सान के लिए कुछ लिख रहें हैं..वैसे आपके व्यक्तित्व को शब्दों मे बयां कर पाना सम्भव तो नही.. यदि कोई त्रुटि हो गयी हो तो क्षमा कर दिजिएगा अपने नासमझ भाई को.. दीदी आप हम सबके लिए बेहद अनमोल है.. आपके लेख सदा ही बहुत कुछ सीखाते हैं हमें.., दीदी आप हमारी प्रेरणा एवं मार्गदर्शक दोनों हैं..