*शीर्षक - प्यार या फरेब* यु मुस्कुराकर जाना और थोड़ा सा इशारा, मैं इसे तुम्हारा प्यार समझु या इश्क़ !! यू नजरे झुकाकर जाना और थोड़ा सा शरमाना, मैं इसे प्यार का इजहार समझु या इजार !! यू रातभर निन्द उडाना और मीठी-मीठी बाते करना, मैं इसे तुम्हारा नशा समझु या मदहोशी !! यू रातभर सपनो मे आना और ख्वाब बनकर उड जाना, मै इसे तुम्हारा दीदार समझु या सौन्दर्य !! यु दिल लगाना और बार-बार तोड़ना, मैं इसे प्यार समझु या फरेब!! "एस एल असारसा साण्डेराव" #प्यार_या_फरेब