*#कभी तो हसाया करो...!* *बेहकता हैं दील* *मनाया करो* *लफजो से टुटा तो क्या हुवा* *कभी तो हसाया करो...!* *लोगोंकी आदत है* *अच्छे को पराया करो* *अच्छे तो बनेंगे कभी न कभी* *तभी तो हसाया करो...!* *खुदका दर्द छुपाने के लिये* *किसी और को प्यार करो* *खुश नंही हैं दील से* *फिर भी तो हसाया करो...!* *अचानक कोई दिखी तो* *बोलणे का बहाना करो* *क्या मालुम वो भी बोलणे लगे* *तब तो हसाया करो...!* *प्यार वाली हो तो* *समय जरूर लेलो* *पर समय ही न निकले जाए* *उससे पहिले ही हसाया करो...!* *घाव एलाजोसे भरते हैं* *प्यार से बोलके तो देखो* *सीरियस लोग रोज मिलेंगे* *आप तो रोज हसाया करो...!* *माझ्या लेखणीतून....🖋️* *योगेश लवू कांबळी.* ©Yogesh Lawoo Kambali kabhi to hasaya karo #reading