किसने किसकी जाँ लूटी ,ये सवाल फिर कभी । किसने किसको बक्शी जाँ मुद्दा हो बस अभी ।। शासन की लँगड़ी घोड़ी बारात चुनावी जुमलों की ।। जाने दो यारों सौगातें है सभी आपसी हमलों की ।। फिलहाल तो जंग हिंद की सासों के लिए लड़नी है । जिसकी जितनी औक़ात उतनी कोशिश करनी है ।। ©Devansh Parashar #DevanshParashar #Nojoto#Covid#pendamic #Nodiscrimination