होली खेलो तो मसाने की, होली खेलो तो भस्मरमैया के भस्म की, होली खेलो तो उस राख की जिसकी मस्ती में महाकाल रंगे है जिस मसान की राख से महाकाल सजे है वो राख, वो भस्म जो सत्य है जीवन का, जो वास्तविक स्वरूप है जीवन का, जीवन में कुछ भी साथ न जाएगा न अहंकार, न धन, न संपत्ति, न रिश्ते, न बंधु ओर सखा, यहां तो हर एक प्राणी भस्म बन कर धुँआ सा उड़ जाएगा। सिर्फ गुणों दुर्गुणों का भंडार ही शेष रह जायेगा। तो बोलो जय श्री महाकाल #holi#nojotofamily#upanshu