कवित्त कलश तुम बुलाओ और मैं न आऊ ऐसी कोई बात नहीं , बस कुछ वक्त की देर हुई , और कोई बात नहीं । तुम चले गए यह गैरों से सुन कर दिल दुखता था , तो सोचा मैं मिल लूं आकर , और कोई बात नही । तुम बुलाओ और मैं न आऊ ऐसी कोई बात नहीं।। भावपूर्ण श्रद्धाजंलि Rip ऋषि कपूर