जब वर्षा टिप टिप आती है। महके आंगन चहके द्वार, जब छम छम करती तू आती है। दिल में छुपाये बैठे है अरमां, अब क्यूं इतना तड़पाती है। होश हवास सब खो दिए हमनें, जब देख के यूं शर्माती है। सब नाराजगी दूर हो जाती है, जब तू प्यार से गले लगाती है। ज़रा सी धूप का जादू तो देखो, खिलें हैं फूल मन आँगन में कितने #मनआँगनमें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi