तेरे दिए ज़ख्मों को भी मै भूल नहीं पाता, वक़्त की चादर में किस्से समेट नहीं पाता सोच क्या रही होगी तेरे आंसू की कीमत उस वक़्त, जब तेरे लहू को मै अब भी देख नहीं पाता, और.... गुज़र गया वो वक़्त जब उम्मीद थी किसी राह पर मिलने की, अब तो दूर तक भी देखूं तो तू नज़र नहीं आता, चल यार भूल चलते है सब कुछ आज यहां से, कुछ ज़ख्म मैंने भी सहे हैं जिनको सहा नहीं जाता, दुआ है मेरी की तुझे तो मिले तेरे ख्वाबों का शहर, टूटते ख़्वाबों के कांच के साथ हमसे भी रहा नहीं जाता, बस सीख़ जाना तू भी रस्मों रिवाज इस दुनिया के, दर्द जो हम सह रहे है वो लफ्जो में कहा नहीं जाता, सीखना होगा तुझे भी अकेले रहने का हुनर हर वक़्त सहारा देने कोई साथी नहीं आता!!!!!!! #yqbaba #yqdidi #yopowrimo #love #theend #newbeginning #takecare #beindependent