करूँ किससे मोहब्बत के शिकवे यारों वो चल दिये छोड़ कर अकेले राहों मे हम थे अकेले आज भी जिंदगी जी रहे वो होंगे मना रहे प्रेम किसी की बाहों मे मोहब्बत जिन्दाबाद