मेरे मतै तो, दर्शन दें दो, दर्श अपना दिखाओ स्वामी। "वेद" तो हैं स्वरुप आपका, अपना रुप दिखाओ स्वामी।। हमने सुना है, नीलकमल हो, कभी स्पर्श कराओ स्वामी। मधुर अधर पर मधुर हास का, हमको दर्श कराओ स्वामी।। कर कमलन् से आशीष दे के, हमरा मान बढ़ाओ स्वामी। पद पंकज की सेवा दें कर, हमको दास बनाओं स्वामी।। #God #Love #Bhakti #Ram #Ved