ख्वाबों को तराशा था.. तुझको पाने को, अपनी राहों की.. मंजिल बनाने को, ये भी खबर न थी साथ ऐसे छूटेगा, दिल में जो दिल है तेरा वो ऐसे टूटेगा, ओ मेरे हमसफर साथ था चलाने को, यूं राहों में ना.. हाथ था छोड़ने को, ख्वाबों को तराशा था ...............! ख्वाबों को तराशा था ...............!