इंसान कितना बेशर्म और बेहया है अल्लाह मेरी दुआ कबूल नहीं होरी मू फाड़ फाड़ कर बोल दे और एक है हजरत इसराइल अलैहिस्सलाम जो सिर्फ गुनहा का ख्याल आया था आज भी नजर उठा कर बात नहीं करते