सच्चा स्वार्थ क्या है? स्वयं का आत्मिक कल्याण। स्रोत: प्रभु की भक्ति। संतो की संगति। क्या हम स्वार्थी हैं ? नहीं क्यों ? क्योंकि परिवार या समाज के लिए मरना मिटना या उनके और अपने भौतिक कल्याण के लिये कर्यों में संलग्न रहना स्वार्थ नही है? तो क्या निस्वार्थी सही है? नही। क्योंकि आत्मिक कल्याण (परमात्मा प्रप्ति) हेतु प्रयास ही केवल सच्चा स्वार्थ है,इसी मे व्यक्ति का उत्थान निहित है। तो क्या स्वार्थी सही है? हाँ। स्वार्थी कौन है?