लब्जो से बयां नहीं कर सकते, एक मोहब्बत ऐसी भी हुई थी, रोज रब से मांगा करते थे उनको, दुआए कभी ऐसी भी हुआ करती थी, उम्र का फासला कहूं या किस्मत की धोखेबाजी, रोज इजहार किया करते थे, पर ना जाने क्यों वो समझा नहीं करती थी। #silentlove #hiddenfeeling