लॉकडाउन को 2 महीने से ज्यादा का वक़्त हो चुका है,देश में कॉरोना के साथ-साथ बहुत सी नई समस्याएं पैदा हुई है लोगों की नौकरियां गई,कारोबार बंद हो गए,प्रवासी मजदूरों को पलायन करना पड़ रहा है..बहुत सी जगहों से लोगों में डिप्रैशन की खबरें भी आ रही है समस्या गंभीर है इसमें कोई शंका नहीं है लेकिन हर समस्या समय के साथ ख़त्म जरूर होती है,जंग लंबी है लेकिन जीतने का तरीका सिर्फ लड़ना ही है इस समस्या को ख़त्म करने के लिए हमें अपनी उम्मीदों और हौसले को ज़िंदा रखना होगा,बचपन से एक कहानी सुनी है कि "समय चाहे अच्छा हो या बुरा वो गुज़र जाता है",तो खुद पर भरोसा रखें और समय को भी भरोसे में ले हम 1947 में अपनी उम्मीद, हौसले और हिम्मत से आज़ाद मुल्क बने थे,2009 की मंदी से बाहर आए थे नौकरी आज नहीं है तो क्या हुआ कल फ़िर आ जाएगी,कारोबार फ़िर खड़ा हो जाएगा लेकिन "ये हौसला और उम्मीद कल भी थे,आज भी है और कल भी रहेंगे" अपनों से कमज़ोर को देखिए,अपने प्रिय जनों के साथ वक़्त बिताइए,दोस्त-यार और परिवार के साथ हर मुसीबत बौनी लगती है अपनी जरूरतों को कुछ समय के लिए थामिए,दूसरों की जरूरत बने उनकी जरूरतें पूरी करने का प्रयास कीजिए चाल धीमी पड़ सकती है लेकिन क़दम रुकने नहीं चाहिए,उतार-चड़ाव भी हमें उचाईयों पर ही पहुंचाते है लड़ाई जारी रखिए क्योंकि जीत सिर्फ हराकर ही मिलती है डिप्रैशन और नेगेटिविटी से दूर रहें,खुश रहें। #Hindi #motivation #writing #strong #quotes